एक सेहतमंद महिला की कलम से*
एक सेहतमंद महिला की कलम से*
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अद्भुत !
"हम स्त्रियों का वज़न इसलिये बढ़ता है कि हम इतना ज्ञान और समझ इकट्ठा कर लेती हैँ कि खोपड़ी मेँ उतनी जगह ही नहीं होती, इसलिये वह सारे शरीर मेँ फैल जाता है."
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अद्भुत !
"हम स्त्रियों का वज़न इसलिये बढ़ता है कि हम इतना ज्ञान और समझ इकट्ठा कर लेती हैँ कि खोपड़ी मेँ उतनी जगह ही नहीं होती, इसलिये वह सारे शरीर मेँ फैल जाता है."
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